हापुड़ की घटना को लेकर न्यायिक कार्य से विरत रहने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने बुधवार को हड़ताल वापिस ले ली और न्यायिक कार्य फिर से शुरू करने का प्रस्ताव पारित किया है। हापुड़ में अधिवक्ताओं पर की गई लाठीचार्ज का मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर की अध्यक्षता वाली पीठ ने स्वत: संज्ञान लिया था, जिसके बाद आश्वासन मिलने के बाद यह हड़ताल वापिस ली गई। वही इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ के अवध बार एसोसिएशन ने “हापुड़ में अधिवक्ताओं पर की गई लाठीचार्ज के विरोध में बुधवार को न्यायिक कार्य से दूर रहने का प्रस्ताव पारित किया है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन में प्रस्ताव पारित करने के बाद यह कहा गया है कि हाईकोर्ट ने आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। प्रदेश में अधिवक्ताओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई से सभी अधिवक्ता परेशान हैं, पुलिस लगातार अधिवक्ताओं के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को विफल करने की कोशिश कर रही है और उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर रही है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव नितिन शर्मा ने, इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से यह घोषणा करने का अनुरोध किया कि अधिवक्ताओं की अनुपस्थिति में ‘कोई प्रतिकूल आदेश’ पारित न किया जाये, क्योंकि कई लोग जन्माष्टमी के कारण अपने घर चले गए हैं।