आज पूरे देश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154 वीं और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 119 वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के साथ सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संजीव खन्ना, न्यायाधीश राजेश बिंदल और न्यायाधीश के.बी विश्वनाथन ने महात्मा गांधी की प्रतिमा और लाल बहादुर शास्त्री की तस्वीर पर माल्यार्पण कर दोनों महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट परिसर के अंदर आयोजित स्वच्छता अभियान में न्यायाधीशों ने भाग लिया। हालांकि भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ इस कार्यक्रम में भाग नहीं ले सके।
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने गांधीवादी दर्शन की प्रासंगिकता पर दिया जोर

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने गांधीवादी दर्शन की प्रासंगिकता पर जोर दिया और इस अवसर पर बोलते हुए महात्मा गांधी को उद्धृत किया। तथ्यों का मतलब सत्य है और एक बार जब हम सत्य का पालन करते हैं तो कानून स्वाभाविक रूप से हमारी सहायता के लिए आता है। उन्होने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान और स्वच्छता अभियान को हमें स्वच्छ भारत के लिए एक ‘सामाजिक आंदोलन’ के रूप में लिया जाना चाहिए ताकि भारत ‘स्वस्थ और खुशहाल’ रहे। न्यायाशीश संजीव खन्ना ने यह भी कहा कि लाल बहादुर शास्त्री देश के प्रति निस्वार्थ भक्ति वाले सच्चे गांधीवादी थे।

सीजेआई का पढ़ा गया संदेश
इससे पहले भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के कार्यक्रम में भाग न लेने पर उन्होने अपना संदेश भिजवाया था, जिसे मौजूद न्यायाधीश द्वारा पढ़ा गया। सीजेआई ने अपने संदेश के माध्यम कहा कि न केवल भौतिक पर्यावरण को बल्कि एक स्वच्छ कानूनी प्रणाली तैयार करने की आवश्यकता है। संदेश के माध्यम से सीजेआई ने कहा, “’आइये हम न केवल अपने भौतिक पर्यावरण को स्वच्छ करें, बल्कि एक स्वच्छ, अधिक पारदर्शी और जवाबदेह कानूनी प्रणाली के लिये भी प्रयास करें, हम सब मिलकर एक न्यायपूर्ण और स्वच्छ समाज की खोज में अपनी यात्रा जारी रखें। सीजेआई के संदेश में कहा गया कि गांधी जयंती के विशेष अवसर पर, हम अपने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मनाते हैं, जिनके अहिंसा, सत्य और आत्म- अनुशासन के सिद्धांत हमें न्याय की खोज में प्रेरित करते रहते हैं।
संदेश में सीजेआई डी.वाई चंद्रचूड़ ने पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री का जिक्र करते हुए कहा, ‘हम एक दिग्गज नेता लाल बहादुर शास्त्री की जयंती भी मना रहे हैं, जिन्होंने हमारे देश को नया आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हम एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के लिए उनके दृष्टिकोण को याद करें, हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। महात्मा गांधी ने स्वच्छता पर जोर दिया था, जो केवल एक शारीरिक कार्य नहीं है बल्कि हमारी आंतरिक स्थिति का प्रतिबिंब है। उन्होंने संदेश के माध्यम से कहा कि यह अवसर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्यों के लिए न्याय, अखंडता और हमारे संविधान के मूल्यों को बनाए रखने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की याद दिलाता है।