Home दिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने सर्कुलर जारी कर कहा, हैकर फर्जी वेबसाइट के माध्यम से लोगों की निजी और गोपनीय जानकारी कर रहे इकट्‌ठा, इस URL पर जानकारी न करें शेयर

सुप्रीम कोर्ट ने सर्कुलर जारी कर कहा, हैकर फर्जी वेबसाइट के माध्यम से लोगों की निजी और गोपनीय जानकारी कर रहे इकट्‌ठा, इस URL पर जानकारी न करें शेयर

सुप्रीम कोर्ट ने सर्कुलर जारी कर कहा, हैकर फर्जी वेबसाइट के माध्यम से लोगों की निजी और गोपनीय जानकारी कर रहे इकट्‌ठा, इस URL पर जानकारी न करें शेयर
उच्चतम न्यायालय

उच्चतम न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) की आधिकारिक वेबसाइट के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने की कोशिश की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार टेक्नोलॉजी हरगुरवरिंद सिंह जग्गी ने सर्कुलर जारी करते हुए बताया, “सुप्रीम कोर्ट की ऑफिशियल वेबसाइट से मिलती-जुलती एक नकली वेबसाइट http://cbins/scigv.com और https://cbins.scigv.com/offence URL होस्ट की जा रही है। इस वेब साइट के माध्यम से हैकर्स लोगों की निजी और गोपनीय जानकारी इकट्‌ठा कर रहे हैं। उन्होंने इस नकली वेब साइट से लोगों को सतर्क रहने को कहा है।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी नोटिस

सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार टेक्नोलॉजी हरगुरवरिंद सिंह जग्गी ने बताया कि इस नकली वेब साइट के हेडर में लिखा आता है- ऑफेंस ऑफ मनी-लॉन्ड्रिंग। इस वेबसाइट पर लोगों की निजी जानकारी, इंटरनेट-बैंकिग, क्रेडिट और डेबिट कार्ड से जुड़ी जानकारी चुराई जा रही है। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि उपरोक्त यूआरएल (URL) पर कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यक्तिगत और निजी जानकारी को शेयर न करें, क्योंकि इससे अपराधी को जानकारी चुरा सकते हैं,

कोर्ट के मुताबिक, ऑफिशियल वेबसाइट जैसी दिखने वाली इस साइट पर जानकारी भरने के लिए कई बॉक्स हैं, जिसमें बैंक का नाम, फोन नंबर, परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN), ऑनलाइन बैंकिंग यूजर ID, लॉग-इन पासवर्ड और कार्ड का पासवर्ड तक शामिल हैं।

कोर्ट ने अपनी एडवाइजरी में कहा कि इन वेबसाइट पर जाने वाले यूजर्स को हमारी सख्त हिदायत है कि अपनी निजी और गोपनीय जानकारी शेयर न करें। इस जानकारी को अपराधी चुरा सकते हैं। इस बात को हमेशा ध्यान रखें कि सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री आपसे कभी पर्सनल, फाइनेंशियल या कोई और गोपनीय जानकारी नहीं मांगेगी।

नोटिस जारी करते हुये रजिस्ट्रार ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों को इन फर्जी वेबसाइ‌ट्स के बारे में बता दिया है, ताकि आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जा सके। रजिस्ट्री ने लोगों को सलाह दी है कि किसी भी URL पर क्लिक करने से पहले उसे अच्छे से वेरिफाई कर लें। उन्होंने कहा कि अगर आप धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं, तो तुरंत अपने सभी ऑनलाइन अकाउंट्स का पासवर्ड बदल लें और अपने बैंक और क्रेडिट कार्ड कंपनी को इस बारे में जानकारी दें।

रजिस्ट्री बड़े पैमाने पर जनता को सही दृढ़ता से सलाह देती है कि वे प्रामाणिकता की पुष्टि किये बिना प्राप्त लिंक पर न तो क्लिक करें और न ही शेयर करें। रजिस्ट्री, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया कभी भी व्यक्तिगत जानकारी, वित्तीय विवरण या अन्य निजी जानकारी नहीं मांगता। कृपया यह भी ध्यान रखें कि सुप्रीम कोर्ट न्यायालय वेब साइट www.sci.gov.in नाम से डोमेन पर रजिस्टर्ड है और किसी भी यूआरएल (URL) पर क्लिक करने से पहले इसे वैरिफाई करने के लिए हमेशा URL पर होवर करें। यदि कोई व्यक्ति फ़िशिंग हमले का शिकार हुआ है तो अपने सभी ऑनलाइन खातों के पासवर्ड बदलें और ऐसी अनाधिकृत पहुंच की रिपोर्ट करने के लिए अपने बैंक, क्रेडिट कार्ड कंपनी से भी संपर्क करें। यह नोटिस जनहित में जारी किया गया है।

 

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