यूपी के गाजियाबाद के सिहानी गेट थाना क्षेत्र की सदर तहसील के चैंबर नंबर-95 में खाना खाते वक्त अज्ञात हमलावरों ने तहसील बार एसोशियेशन का चुनाव लड़ चुके अधिवक्ता मनोज उर्फ मोनू चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। वकील की गोली मारकर हत्या करने वाले हमलावर कौन थे, और इनकी संख्या कितनी थी, अभी पता नहीं चल पाई है, इस घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची है और मामले की जांच कर रही है।
अधिवक्ता की हत्या की ये वारदात कोर्ट समय के लंच के दौरान हुई। इस वारदात को अंजाम देने वाले हमलावर न्यायालय में पैदल आए थे और वारदात करके फरार हो गये और यह तब जब पूरे प्रदेश में वकीलों के आंदोलन को देखते हुये सभी कचहरी और तहसील पर पुलिस फोर्स तैनात थी, इसके बावजूद हमलावर वकील की हत्या करके फरार हो गए। इससे पुलिस सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वकील मनोज उर्फ मोनू चौधरी की उम्र 35 साल के करीब थी। जब वह लंच समय में चैंबर में बैठकर खाना खा रहे थे, कुल चार लोग चैंबर में बैठे हुए थे। तभी 2 अज्ञात युवक चैंबर में घुस आए। पलभर में उन्होंने, मनोज को निशाना बनाते हुए सिर में गोली मार दी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। इसके बाद हमलावर फरार हो गए। चैंबर में जो लोग मौजूद थे, पुलिस उनसे पूंछतांछ कर रही है। डीसीपी निपुण अग्रवाल सहित कई थानों का फोर्स मौके पर है। वकीलों में इस घटना को लेकर आक्रोश है और अभी तक हत्या किस वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।